My Passion - My poems
All about feelings and ideas
शनिवार, मार्च 30, 2024
रविवार, अप्रैल 24, 2022
चलो मैं मान लेता हूँ
अब तुम्हारी जिद्द है इतनी,
तो, चलो मैं मान लेता हूँ,
अब खुद को रोक लेता हूँ,
तजुर्बे करने है कर लो,
अकेला छोड़ देता हूँ!!
जाना है चले जाओ,
मगर ये याद रख लेना।
बहुत से लोग मिलते हैं,
बहुत सा शोर मिलता है।।
किसी का दर्द जो जाने
कोई आंसू को जो समझे,
कोई हर वक्त हो हाजिर,
ऐसा कौन मिलता है?
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