रविवार, अप्रैल 24, 2022

चलो मैं मान लेता हूँ

अब तुम्हारी जिद्द है इतनी,
तो, चलो मैं मान लेता हूँ,
अब खुद को रोक लेता हूँ,
तजुर्बे करने है कर लो,
अकेला छोड़ देता हूँ!!
 
जाना है चले जाओ,
मगर ये याद रख लेना।
बहुत से लोग मिलते हैं,
बहुत सा शोर मिलता है।।
 
किसी का दर्द जो जाने
कोई आंसू को जो समझे,
कोई हर वक्त हो हाजिर,
ऐसा कौन मिलता है?